Friday Thoughts :दोष मालूम होते हुए भी त्याग न करना राग है, गुण मालूम होते हुए भी ग्रहण न करना द्वेष है

Friday Thoughts in hindi Suvichar Suprabhat दोष मालूम होते हुए भी त्याग न करना राग है गुण मालूम होते हुए भी ग्रहण न करना द्वेष है राग त्याग नहीं होने देता और द्वेष प्रेम नहीं होने देता त्याग व प्रेम से राग-द्वेष मिट जाते हैं सारी बुराइयाँ राग-द्वेष से होती हैं और सारी अच्छाइयाँ त्याग … Continue reading Friday Thoughts :दोष मालूम होते हुए भी त्याग न करना राग है, गुण मालूम होते हुए भी ग्रहण न करना द्वेष है